धनबाद : सरायढेला के राजा तालाब के छठ घाट पर इस बार छठ पूजा के गीत नहीं सुनाई देंगे। यहां न छठव्रतियों की भीड़ जुटेगी और न ही इस बार अर्घ्य देने के लिए लोग घाट को लूटते हुए नजर आ रहे हैं।
नगर निगम ने सरायढेला के राजा तालाब में छठ करने पर रोक लगा दी है। अधूरे पड़े छठ घाट की वजह से नगर निगम ने इसे खतरनाक घोषित करते हुए यहां छठ पूजा नहीं करने की अपील की है। निगम की ओर से पूजा नहीं करने की अपील वाला बैनर भी मंगलवार को लगाया जाएगा।
बिग बाजार के पीछे स्थित राजा तालाब को शहर का सबसे वीआईपी तालाब माना जाता है। यहां सिंह मेंशन परिवार के साथ-साथ पूर्व मेयर इंदू देवी का परिवार भी छठ पूजा करने आता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो पाएगा। नगर निगम द्वारा लगाई गई रोक से यहां लोग छठ करने नहीं आएंगे। सरायढेला, नीलांचल कॉलोनी, सहयोगी नगर, सुगियाडीह इलाके के लगभग दस हजार से अधिक लोग यहां छठ पूजा छठ करने आते हैं।
नगर निगम ने नहीं कराई घाट की सफाई
तालाब को खतरनाक घोषित करते हुए नगर निगम ने इस बार इस तालाब की सफाई भी नहीं कराई है। घाट में अभी भी गंदगी बिखरी है। लोगों को यहां आने से रोकने के लिए निगम ने इसे साफ नहीं करने का निर्णय लिया है।
हाईकोर्ट की रोक के बाद बंद पड़ा है काम
जून-2023 में राजा तालाब के सौंदर्यीकरण का शिलान्यास हुआ। पिछले साल दिसंबर से काम शुरू किया गया है। संवेदक ने तालाब का पानी निकाल कर अंदर से मिट्टी की कटाई भी शुरू कर दी थी। कोर्ट का आदेश आते ही नगर निगम ने काम रोक दिया। 6.67 एकड़ में फैले राजा तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए दो करोड़ 61 लाख के बजट का प्रावधान किया गया है। इसको लेकर लोगों में आक्रोश है कि निगम ने बिना जमीन की जांच किए काम शुरू कर दिया। नतीजा हुआ कि पहले जैसा भी यह तालाब नहीं रहा। इसकी मेढ़ काट दी गई है। यह बहुत संकरा हो गया है।


.jpeg)
.jpeg)
0 Comments