धनबाद। सरकारी अस्पतालों की कुव्यवस्था और लापरवाही का आलम आए दिन समाचारों में सुनने को मिलता है लेकिन प्राइवेट अस्पताल जो अपने आप को सुपर स्पेशलिस्ट समझते हैं का विज्ञापन हर एक होर्डिंग और अखबारों में देखने को मिलता है और अपना महिमा मंडन बखान करता है लेकिन इस प्राइवेट अस्पताल में रखे हुए लाश को चूहा कुतर ले तो आप क्या कहेंगे। इसी से पता चलता है कि मोटी मोटी रकम लेने वाली है अस्पताल रखरखाव का क्या इंतजाम है खुद ही सोच ले। मामला धनबाद के 8 लाइन स्थित नावाडीह अशर्फी अस्पताल का है।

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