Dhanbad। जाने माने हिन्दी साहित्य के समालोचक, व्यंग्यकार, कवि , लेखक और काल चिंतक सर्वोच्च मानवाधिकार संरक्षण झारखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष धनबाद के बिराजपुर निवासी भागवत प्रसाद वशिष्ठ ने डेढ़ साल के दौरान हिंदी साहित्य के लिए 25 अनमोल पुस्तके लिखा हैं । लेखन के क्षेत्र में इनके चिंतन की चिंगारी के शब्द, ज्वाला बनकर मानवता को आलोकित करते हुए इनकी कृतिया मार्गदर्शक़ बन रही हैं। वशिष्ठ जी को बधाई देते हुए हिंदी परिषद झारखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश चंद्र तिवारी ने कहा 25 पुस्तके लिखकर इन्होने झारखण्ड राज्य का नाम रौशन किया हैं, हमें इनपर गर्व हैं। उन्हें दुर्जटी डूबे, हरेंद्र तिवारी, किशोर पाण्डेय, बॉबी पाण्डेय, भवानी शंकर बंदोपध्याय, एच के मिश्रा, राधेश्याम गोस्वामी, राज लक्ष्मी देवी,अनुपमा तिवारी,शक्ति प्रसाद पाठक,कंचन पाठक, अनीश अंसारी आदि गणमान्य व्यक्तियों ने भी इनकी साहित्यिक उड़ान पर बधाई दी ।
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