धनबाद: खान सुरक्षा महानिदेशालय (DGMS) ने अपने नए सभागार में भव्य समारोह के साथ 124वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि भारतीय अभियांत्रिकी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, शिबपुर के निदेशक प्रो. (डॉ.) एम.एस.आर. मूर्ति वेमावरापु ने खनन सुरक्षा में DGMS की ऐतिहासिक भूमिका की सराहना की..
कार्यक्रम की अध्यक्षता DGMS के महानिदेशक उज्ज्वल ताह ने की।कार्यक्रम में उप महानिदेशक डी.बी. नाइक, अजय सिंह, जे.पी. आर्य और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित सेवानिवृत्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। मुख्य भाषण में प्रो. मूर्ति ने खनिकों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने में DGMS की भूमिका की प्रशंसा की..
ताह ने संचालन सुरक्षा में आधुनिक उपकरणों और तकनीक के उपयोग पर बल दिया।एक विशेष फिल्म प्रस्तुति के माध्यम से DGMS की स्थापना से लेकर अब तक की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया। 1902 में कोलकाता में शुरू हुए इस संगठन का मुख्यालय 1908 में धनबाद स्थानांतरित हुआ और 1967 में इसका नाम DGMS रखा गया..
कार्यक्रम के दौरान खनन सुरक्षा की भविष्य की चुनौतियों और तकनीकी नवाचारों पर चर्चाएं हुईं। संचालन सिंधु कुमार उपाध्याय ने किया और धन्यवाद ज्ञापन पर्मानंद कुमार सिंह ने दिया। इस समारोह ने खनिकों की सुरक्षा और DGMS की अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित किया..



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