Dhanbad। सरकार आपके द्वारा कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बांग्ला भाषा उन्नयन समिति के कार्यकारी अध्यक्ष रीना मंडल द्वारा बांग्ला भाषा बचाने हेतु मांग पत्र सौंपा गया। । उन्होंने कहा कि झारखंड की प्राचीन भाषा बांग्ला है पर झारखंड में बांग्ला भाषा अवहेलना का शिकार है। एक तरफ झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कहते हैं झारखंड आदिवासी मूल वासियों का है और वहीं दूसरी तरफ मूल वासियों का अधिकार छीना जा रहा है। झारखंड का मूलवासी बांग्ला भाषी भी है इस नाते हमें अपनी मातृभाषा से वंचित रखा जा रहा है, जो सरासर गलत है। इससे पहले भी दिशुम गुरु शिबू सोरेन ने भी खुद कहा है कि झारखंड के बांग्ला भाषी झारखंड की मूल निवासी है और उन्हें उनका अधिकार मिलना चाहिए। मौजूद रहे झारखंड बांग्ला भाषी उन्नयन समिति के संस्थापक वेंगु ठाकुर ने कहा कि अगर सरकार हमारे अधिकार मांग को अनसुना करती है तो आने वाले 2024 में सरकार को इसका खामियाजा है भुगतना पड़ेगा क्योंकि अब हम बांग्ला भाषी चुप नहीं बैठेंगे। झारखंड आंदोलन में बांग्ला भाषियों का भी उतना ही योगदान रहा है।



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