धनबाद. : बाल संप्रेक्षण गृह के बच्चों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए उन्हें अग्निवीर और झारखंड पुलिस में प्रवेश परीक्षा की पूरी ट्रेनिंग की व्यवस्था की जा रही है। धनबाद के बरमसिया बाल संप्रेक्षण गृह के बच्चों को भी ट्रेनिंग मिलेगी। मंगलवार को राज्य बाल संप्रेक्षण गृह के कर्नल जेके सिंह ने बरमसिया बाल संप्रेक्षण गृह में इसकी घोषणा की। उन्होंने बताया कि योजना का मुख्य उद्देश्य बाल सुधार गृह के बच्चों को स्वावलंबी बनाना है। कर्नल जेके सिंह ने बताया कि बाल सुधार गृह के कई बच्चे बाहर आ गये हैं और समाज की मुख्य धारा में हैं, उन्होंने - मुझसे प्रशिक्षण देने का अनुरोध किया है। उन्हें कवर करने के लिए मैं पूरे झारखंड राज्य से अग्निवीर और झारखंड पुलिस में रुचि रखने वाले सभी लोगों को प्रशिक्षित करने जा रहा हूं। यह निःशुल्क होगा और इस संपूर्ण परियोजना का मुख्य विषय 'स्वयं से पहले राष्ट्र' के आदर्श वाक्य को ध्यान में रखते हुए एक निःस्वार्थ सेवा होगी। उन्होंने बताया ट्रेनिंग के इच्छुक अभ्यर्थियों को गुरु दक्षिणा में सामाजिक दायित्व का निर्वहन करना होगा। जिसमें हेलमेट पहनने की शपथ लेना, एक सौ दिनों तक थाली में अन्न का एक दाना भी नहीं छोड़ना, एक व्यक्ति को पांच पेड़ लगाना,शिक्षक,बुजुर्गों का सम्मान करना, नेत्रहीन को सड़क पार कराना सहित अन्य शामिल है। उन्होंने बताया ट्रेनिंग जूम एप और वाटसाप ग्रुप के द्वारा दी जाएगी। इसके लिए व्हाट्सएप ग्रुप में सभी को जोड़ा जाएगा और उसके बाद लिखित और फिजिकल दोनों की ट्रेनिंग दी जाएगी।



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