Dhanbad। चिन्हित कर्मचारियों को साजिश के तहत केंद्रीय खनन और ईंधन अनुसंधान संस्थान (सीआईएमएफआर) संंस्थान के निदेशक मंडली द्वारा आउटसोर्सिंग कम्पनी में भेजने के खिलाफ धरना पर बैठे कर्मचारियों से स्टेट बार काउंसिल एक्सक्युटिव कमेटी के चेयरमैन तथा अखिल भारतीय अधिवक्ता संघ के प्रदेश अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी, झारखण्ड रानीगंज कोलफिल्ड विस्थापन एवं पर्यावरण संरक्षण मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष सुरेश चन्द्र तिवारी,हरेन्द्र पाण्डेय धरना स्थल पर मिलने पहुंचे। केन्द्रीय अध्यक्ष बताया कि श्री तिवारी ने जिंदगी के आधे से अधिक कार्य cimfer ने करते हुए विताये धरना पर बैठे लोगों से उन्हे आउटसोर्सिंग कम्पनी में भेजे जाने की मार्मिक ब्यथा का बयान किया। अधिवक्ता सी के प्रदेश अध्यक्ष श्री गोस्वामी ने कहा कि 30 साल चिन्हित कर्मचारियों को पहले मेडीकल , बच्चों के पढाई की सुविधा सिंफर के पदाधिकारियों द्वारा निर्गत किया गया है। सिंफर निदेशक मंडली द्वारा उन्हें आउटसोर्सिंग कम्पनी में भेजा जा रहा है।जो सरासर गलत है तथा किसी न किसी तरह मजदूरों को तबाह करने का साज़िश है। शांति पूर्ण ढंग से धरने पर बैठे कर्मचारियों पर झुठा प्राथमिकी दर्ज कराई गई जो गलत है। सिंफर के निदेशक को चेतावनी दे रहे हैं कि इस तरह से मज़दूरों को परेशान करना छोड़ दें और मजदूरों के साथ सोहार्दपूर्ण तरीके से उनके प्रति सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए सभी चिन्हित कर्मचारियों को रेगुलाईजेशन के साथ सभी तरह की जो सुविधाएं दी जाती थी उसे बहाल की जाय।
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