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वनवन्धु परिषद धनबाद चैप्टर एकल महिला समिति दि फोरेस्ट रिर्सोट, गोविन्दपुर रोड़ में 10 अक्तूबर को "एकल डांडिया नृत्य रास गरबा कार्यक्रम का करेंगी आयोजन



Dhanbad :वनवन्धु परिषद धनबाद चैप्टर एकल महिला समिति के द्वारा धनबाद में 10 अक्तूबर को शाम 6:00 बजे से  8 बजे तक  दि फोरेस्ट रिर्सोट, गोविन्दपुर रोड़  मे "एकल  डांडिया नृत्य रास गरबा कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस अवसर पर बाहरी कलाकारों के द्वारा दुर्गा स्तुति भी प्रस्तुत की जाएगी। उक्त बातें धनबाद क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में समिति के सदस्यों ने बताया। उन्होंने बताया की एकल डाँडिया नृत्य रास गरबा कार्यक्रम के द्वारा अर्जित धनराशि बच्चों की पंचमुखी  शिक्षा और कल्याण के लिए खर्च की जाएगी। जिसमें एक एकल विद्यालय का वार्षिक खर्च 22,000  और एक बच्चे का 1100 रूपये है।

वनवन्धु परिषद  ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का अलख जगा रही हैं

एकल विद्यालय (एक शिक्षक वाले विद्यालय है) जो विगत कई वर्षो से भारत के उपेक्षित और आदिवासी बहुल सुदूर ग्रामिण क्षेत्रों में वनवन्धु परिषद द्वारा संचालित किए जा रहे है। आज भारत के बनवासी एवं पिछड़े क्षेत्रों में 33 चैप्टर के माध्यम से लगभग 1,02, 702 एकल विद्यालय चल रहे है। इसके अलावा पूरे भारत वर्ष में 18 सरकार केन्द्र 42 एकल व्हील 63 एकल रथ, 2 आरोग्य व्हील, सिलाई केन्द्र, ग्रामोत्थान केन्द्र आदि विभिन्न आयामों के माध्यम से चल रहे है। ग्रामीण भारत के उत्थान में शिक्षा के महत्व को समझाने वाले हजारो संगठन इसमें सहयोग दे रहे है। भारत के वर्तमान में गाँवों के लाखों वनवासी बच्चों का एकल विद्यालय द्वारा सस्कार, स्वालम्बी, आत्म निर्भरपूर्ण एवं आरोग्यपूर्ण शिक्षा उपलब्ध करा रही है आज एकल विद्यालय के माध्यम से 30 लाख बच्चों को 1. प्राथमिक शिक्षा, 2 आरोग्य शिक्षा. 3 जागरण शिक्षा, 4. ग्राम विकास शिक्षा 5. संस्कार शिक्षा आदि शिक्षा दी जाती है। आज पूरे भारत वर्ष में लगभग 40 लाख परिवार एकल अभियान से जुड़े हुए है। धनबाद अंचल में 480 एकल विद्यालय चल रहे है। वनबंधु परिषद धनबाद चैप्टर एकल महिला समिति के द्वारा 3 शिलाई केन्द्र चलाये जा रहे हैं। जिससे महिलाओं का विकास और स्व लम्बी बन सके। आगामी वर्षो में एकल विद्यालय 4 लाख गाँवों  में अपने अभियान को पहुँचाने में प्रतिबद्ध है।




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