धनबाद। आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के Department of Environmental Science & Engineering में EIACP Programme Centre ने रांची की Yugantar Bharati और IIT(ISM) MEL HUB के सहयोग से आज विश्व पृथ्वी दिवस 2025 के उपलक्ष्य में “Our Power, Our Planet” थीम पर एक विचारोत्तेजक कार्यक्रम का आयोजन किया।इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड विधानसभा के माननीय सदस्य एवं दामोदर बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष श्री सरयू राय उपस्थित रहे। IIT खड़गपुर के Department of Civil Engineering के प्रोफेसर अशोक कुमार गुप्ता विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए।कार्यक्रम की अध्यक्षता IIT (ISM) धनबाद के निदेशक प्रोफेसर सुकुमार मिश्रा ने की। इस अवसर पर पर्यावरण विशेषज्ञों, शिक्षाविदों, नीति-निर्माताओं और विभिन्न हितधारकों ने भाग लिया और पारिस्थितिकीय चुनौतियों तथा सतत विकास के उपायों पर विचार-विमर्श किया।कार्यक्रम की शुरुआत Department of Environmental Science & Engineering के प्रमुख प्रो. ए.के. सिन्हा द्वारा स्वागत भाषण से हुई। इस अवसर पर Dean of Students’ Welfare प्रो. एस.के. गुप्ता एवं ESE Department के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुरेश पांडियन एलुमलाई भी उपस्थित रहे।मुख्य भाषण में श्री सरयू राय ने पर्यावरण संरक्षण के लिए जन-जागरूकता की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “कोई भी नीति या कानून तब तक प्रभावी नहीं हो सकता जब तक व्यक्ति स्वयं का व्यवहार नहीं बदलते।” उन्होंने शहरीकरण और नदी प्रदूषण की विडंबनाओं को रेखांकित करते हुए जल स्रोतों की सुरक्षा के लिए आत्म-नियमन की आवश्यकता बताई।प्रो. अशोक कुमार गुप्ता ने सतत भूमि उपयोग नीति की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि यह दीर्घकालिक पारिस्थितिक संतुलन और विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है।प्रो. सुकुमार मिश्रा ने अपने अध्यक्षीय भाषण में इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों को नियमित रूप से आयोजित करने की आवश्यकता पर बल दिया और पर्यावरणीय संरक्षण में civil society और NGOs की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।कॉन्क्लेव की शुरुआत ESE विभाग, IIT (ISM) के प्रो. अंशुमाली की PowerPoint presentation से हुई, जिसमें झारखंड की नदियों पर औद्योगिकीकरण और खनन के प्रभावों पर प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर कई प्रतिष्ठित वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए, जिनमें शामिल थे। अंशुल शरण, Working President, Yugantar Bharati अरुण कुमार राय, Coordinator, Koylanchal, Damodar Bachao Andolan, डॉ. आर.के. सिंह, Wildlife & EIA Expert, संजय रंजन सिंह, सेवानिवृत्त DIG, झारखंड सरकार डॉ. आर.के. सिंह ने झारखंड में घटते वन क्षेत्र के कारण बढ़ते human-elephant conflict पर चिंता व्यक्त की और सक्रिय संरक्षण रणनीतियों की आवश्यकता पर बल दिया। संजय रंजन सिंह ने धनबाद में अपने कार्यकाल को याद करते हुए खनन overburden के अनियंत्रित विस्तार पर चिंता जताई और सख्त पारिस्थितिकीय सुरक्षा उपायों की मांग की।
कार्यक्रम का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि सभी हितधारक प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाते हुए मिलकर कार्य करेंगे।
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