धनबाद, झारखंड — स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति करते हुए Asarfi Hospital, Dhanbad का Neonatal Intensive Care Unit (NICU) लगातार नवजात शिशुओं की जान बचाने और उन्हें स्वस्थ जीवन देने के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। झारखंड के कोयला राजधानी कहे जाने वाले इस शहर में, जहां अब तक अत्याधुनिक नवजात देखभाल सुविधाओं की कमी रही है, वहाँ Asarfi Hospital का यह NICU एक उम्मीद की किरण बनकर उभरा है।
30 बेड वाले इस लेवल III NICU में हर वर्ष 1200 से अधिक नवजात भर्ती किए जाते हैं, और अस्पताल ने गर्व के साथ 96% शिशुओं को पूर्ण उपचार के बाद डिस्चार्ज किया है — जो न केवल चिकित्सा दृष्टिकोण से बल्कि माता-पिता के लिए भी एक राहत की बात है।
धनबाद का एकमात्र मान्यता NNF प्राप्त NICU
Asarfi Hospital का NICU धनबाद का इकलौता ऐसा NICU है जिसे National Neonatology Forum (NNF) द्वारा मान्यता प्राप्त है। यह मान्यता इस बात का प्रमाण है कि यहां नवजात देखभाल अंतरराष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता और मानकों पर आधारित है।
उन्नत चिकित्सा सुविधाएं
NICU को आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित किया गया है, जिसमें बेडसाइड अल्ट्रासाउंड, इकोकार्डियोग्राफी और नवजात वेंटिलेशन जैसी सुविधाएं शामिल हैं। यहां प्रत्येक उपचार वैज्ञानिक प्रमाण और नवजात विशेषज्ञों की सिफारिशों पर आधारित होता है। टीम यह सुनिश्चित करती है कि हर बच्चे को न केवल जीवनदान मिले, बल्कि वह एक सामान्य और स्वस्थ विकास की ओर अग्रसर हो।
शिक्षा और प्रशिक्षण में भी अग्रणी
Asarfi Hospital का NICU सिर्फ एक चिकित्सा इकाई नहीं है, बल्कि यह शिक्षण और प्रशिक्षण का केंद्र भी बन चुका है। यहां National Board of Examinations (NBE) के तहत Diploma in Child Health (DCH) कोर्स भी संचालित किया जा रहा है। इस कोर्स के दोनों अभ्यर्थियों ने हाल ही में अपने अंतिम थ्योरी परीक्षा सफलतापूर्वक उत्तीर्ण की है, और अब वे प्रैक्टिकल परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
इसके साथ ही अस्पताल ने हाल ही में धनबाद में पहली बार Neonatology में Fellowship Program की शुरुआत की है, जो कि बाल रोग विशेषज्ञों (Paediatricians) और नर्सों — दोनों के लिए उपलब्ध है। यह पहल धनबाद जैसे शहर में चिकित्सा शिक्षा के स्तर को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाने वाली है।
विशेष उपलब्धियां (Clinical Highlights)
• एक 27 हफ्ते की गर्भावस्था में जन्मे, अत्यंत अपरिपक्व और बेहद कम वजन वाले नवजात शिशु को दो महीने की गहन चिकित्सा देखभाल के बाद स्वस्थ और सामान्य न्यूरोडेवलपमेंट के साथ डिस्चार्ज किया गया। यह केस इस बात का उदाहरण है कि जब समर्पण, तकनीक और अनुभव एक साथ मिलते हैं, तो असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है।
• एक अन्य 30 हफ्ते के शिशु, जो गंभीर IUGR (Intrauterine Growth Retardation) से पीड़ित था, को NICU में सफलतापूर्वक उपचार दिया गया और उसे बिना किसी न्यूरोलॉजिकल जटिलता के छुट्टी दी गई। ऐसे केस उन माता-पिता के लिए प्रेरणा हैं जो समयपूर्व प्रसव के कारण चिंता और भय में डूबे होते हैं।
विशेषज्ञ टीम — अनुभव और संवेदना का संगम
NICU की चिकित्सा टीम में शामिल हैं:
• डॉ. किशोर गांधी (MD, DNB Pediatrics, DrNB Neonatology – चेन्नई): 8 वर्षों का विशिष्ट अनुभव रखने वाले डॉ. गांधी नवजात चिकित्सा में राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त विशेषज्ञ हैं। उनका मार्गदर्शन और निर्णय कई नवजातों को जीवनदान दिला चुका है।
• डॉ. सुवेथा एस (MD, DNB Pediatrics): डॉ. सुवेथा के पास नवजात देखभाल में 3 वर्षों का व्यावहारिक अनुभव है। उनका समर्पण और संवेदनशील दृष्टिकोण उन्हें एक प्रिय और भरोसेमंद बाल रोग विशेषज्ञ बनाता है।
मूल्य और मानवीयता का संगम
Asarfi Hospital का NICU न केवल चिकित्सा की दृष्टि से उन्नत है, बल्कि यह मानवीय संवेदनाओं का केंद्र भी है। यहाँ आने वाले माता-पिता केवल उपचार के लिए नहीं, बल्कि आशा, समर्थन और स्नेह की तलाश में आते हैं — और यह इकाई उन्हें निराश नहीं करती। प्रत्येक शिशु को अपनी संतान की तरह समझ कर उपचार देना, और हर माँ-बाप के आँसू को मुस्कान में बदल देना, यही NICU की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
भविष्य की दिशा
Asarfi Hospital की योजना है कि आने वाले वर्षों में NICU की सुविधाओं को और व्यापक बनाया जाए, जिससे कम संसाधनों वाले परिवारों को भी गुणवत्तापूर्ण नवजात देखभाल मिले। साथ ही, शैक्षणिक पहल को और मजबूती दी जाएगी, ताकि धनबाद से भी देश के बेहतरीन नवजात विशेषज्ञ तैयार हो सकें।
इस संपूर्ण उपलब्धि के पीछे असर्फी हॉस्पिटल के CEO श्री हरेंद्र सिंह की दूरदर्शिता और समर्पण को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। चिकित्सा क्षेत्र में उनकी प्रतिबद्धता का ही परिणाम है कि आज झारखंड में लोग दिल्ली, कोलकाता या मुंबई जैसे बड़े शहरों की ओर रुख किए बिना ही विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएँ प्राप्त कर पा रहे हैं। श्री हरेंद्र सिंह का सपना है कि झारखंड को चिकित्सा के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों की पंक्ति में खड़ा किया जाए — और असर्फी हॉस्पिटल उसी दिशा में एक मजबूत कदम है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में ग्रोथ डेवलेपमेंट प्रेसिडेंट श्री शुभांशु रॉय भी मौजूद थे।
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