धनबाद। बीसीसीएल की सेंट्रल हॉस्पिटल में नर्सिंग स्टाफ की कमी है। जिसके कारण यहां कार्यरत नर्सेज को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उनके ऊपर मरीजों की देखभाल करने का अतिरिक्त बोझ प्रबंधन के द्वारा दिया जा रहा है। जिसे लेकर सेंट्रल हॉस्पिटल के नर्सिंग एसोसिएशन ने हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। 4 अप्रैल 2019 को तीन चार महीने के अंदर मांगे पूरी करने का आश्वासन प्रबंधन ने दिया था। लेकिन 7 महीने बाद भी प्रबंधन इस पर ध्यान नहीं दे रही है।जिसके कारण सेंट्रल हॉस्पिटल में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ में प्रबंधन के खिलाफ काफी आक्रोश देखा जा रहा है। नर्सिंग एसोसिएशन के पदाधिकारी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 3 सालों से अस्पताल में नर्स की कमी है।पूर्व में नर्स की संख्या 200 थी।जो अब घटकर नर्स की संख्या करीब 100 के पास पहुंच गई है। ज्यादातर नर्स रिटायर्ड हो चुके हैं। नर्सेज की कमी के कारण काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
अस्पताल में काम करने वाले नर्सेज को बीमार होने के बाद भी छुट्टी नहीं दी जा रही है। नर्सेज के ऊपर मरीजों की देखभाल का काफी दबाव है। बीसीसीएल प्रबंधन नर्सिंग स्टूडेंट से मरीजों की देखभाल करना चाहती है। नर्सिंग स्टूडेंट्स पूरी तरह से जानकर नहीं है।जिनकी कोर्स अभी पूरी नही हुई है। नर्सिंग स्टूडेंट से मरीजों की देखभाल करना जान की खिलवाड़ करने जैसा है। बीसीसीएल प्रबंधन से नर्स की बहाली करने की मांग पिछले दो सालों से की जा रही है। लेकिन प्रबंधन ध्यान नहीं दे रही। हर साल नर्से डे पर बीसीसीएल प्रबंधन के कार्यक्रम के दौरान उनकी मांगों पर पूरा करने का आश्वासन देती है। लेकिन उन्हें बाद में भूल जाती है। एसोसिएशन ने मांगे पूरी नहीं होने पर स्ट्राइक पर जाने की चेतावनी दी है।अपनी मांगों लेकर नर्सिंग एसोसिएशन ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया है।
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