धनबाद। झारखंड बांग्ला संघर्ष समिति ने जेसी मल्लिक हीरापुर स्थित नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर जयंती मनाया। इससे पहले जेसी मल्लिक दुर्गा मंदिर से उनके यादों में प्रभात फेरी निकाला गया, जिसमें काफी संख्या में महिला पुरुष शामिल थे। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने वक्तव्य में कहा कि नेताजी के सभी कार्य एवं संघर्ष आज भी युवाओं का रगों में एक प्रेरणा बनकर दौड़ रही है, फौलादी इरादे वाले ऐसे महान व्यक्तित्व के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। नेताजी ने अंग्रेजों से लोहा लेने के लिए आजाद हिंद फौज का गठन किया था,अगर गुलामी के अंधेरे कालखंड में मसाल दिखाकर देश को आजाद करने वाले नेताजी सुभाष बोस नहीं होते तो शायद हमें आजादी पाने को दशकों लग जाते।अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में नेताजी कई बार जेल भी गए। जहां उन्हें कई यातनाओं मैं गुजरना पड़ा था,उनके जीवन आज भी हर भारतीयों के लिए प्रेरणा एवं गर्व का विषय है। जब दुनिया में भारत को सपेरे एवं गरीबों का देश कहा जाता था और महिलाओं के सम्मान और अधिकार पर चर्चा की जाती थी,तब नेताजी ने रानी झांसी रेजिमेंट का गठन कर महिलाओं को अपनी संघर्ष में जोड़ा। इस रेजीमेंट में हर एक जाति हर एक मजहब एवं क्षेत्र के महिलाओं को जगाकर अपने साथ शामिल किया, और उसे आजाद हिंद फौज का नाम दिया गया। नेताजी का धनबाद से लगाओ बहुत गहरा था, इस कारण भारत सरकार एवं रेलवे मंत्रालय से समिति मांग करते हैं कि धनबाद स्टेशन का नाम नेताजी सुभाष चंद्र बोस टर्मिनल रखा जाए। कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला सचिव राणा चट्टराज , कल्याण भट्टाचार्य,सुशोभन चक्रवर्ती, दिनेश मंडल,कल्याण चक्रवर्ती, जयदीप बनर्जी, रघुनाथ राय, मिंटू दास, प्रदीप सिकदर, सानू चौधरी, समिर सरकार, आदि लोग शामिल थे।
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