कनाडा के विभिन्न संगठनों द्वारा डॉ अनुराग सिन्हा को उनके बहुमुखी प्रतिभाओं के धनी समय समय पर कई सम्मान प्रदान किये गए हैं और इसी कड़ी में दिनांक तीन मार्च को उन्हें कनाडा सरकार द्वारा एक विशिष्ट सम्मान किंग चार्ल्स III का राज्याभिषेक पदक देकर सम्मानित किया गया।
सम्मान किंग चार्ल्स III का राज्याभिषेक पदक एक स्मारक पदक है जो उन व्यक्तियों को प्रदान किया जो कनाडा सरकार द्वारा सिर्फ शाही परिवार के सदस्य, सरकारी अधिकारी, राजनयिक, सैन्य कर्मचारी, पादरी एवं विशेष गणमान्य व्यक्ति को ही दिया जाता है। यह सम्मान कनाडा या कनाडा के किसी विशेष प्रांत, क्षेत्र, क्षेत्र या समुदाय के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है, या विदेश में कोई उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल की है जो कनाडा को श्रेय देती है। इस प्रतिष्ठित सम्मान वाले पदक में किंग चार्ल्स III की छवि और यूनाइटेड किंगडम का प्रतिनिधित्व करने वाले अन्य प्रतीकात्मक तत्व शामिल होते हैं। राज्याभिषेक पदक इस ऐतिहासिक अवसर की स्मृति चिन्ह और राज्याभिषेक समारोह से प्राप्तकर्ता के जुड़ाव के प्रतीक के रूप में काम करता हैं।
ज्ञात हो कि ज्ञात हो डॉ अनुराग सिन्हा कोयलांचल के जाने माने शिक्षाविद स्वर्गीय डॉ जीतेन्द्र कुमार सिन्हा एवं डॉ शोभा सिन्हा के सबसे बड़े सुपुत्र है। भारत में विशेषकर धनबाद में डॉ. अनुराग सिन्हा की शैक्षणिक यात्रा ने उनके विविध करियर के लिए एक मजबूत नींव रखी। वह एक इंजीनियर, एमबीए और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के पूर्व छात्र हैं, जहां उन्होंने पीएच.डी. की पढ़ाई की। 2005 से 2010 तक प्रबंधन में। इसके अतिरिक्त, उन्होंने रणनीतिक कौशल पर ध्यान केंद्रित करते हुए 2004 से 2005 तक भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में दाखिला लिया। तकनीकी और प्रबंधकीय शिक्षा का यह संयोजन उनके बहुमुखी व्यावसायिक प्रयासों में महत्वपूर्ण रहा है। भारत में अपनी शैक्षिक गतिविधियों से लेकर कनाडा में अपनी प्रभावशाली भूमिकाओं तक डॉ. सिन्हा की यात्रा नवाचार, नेतृत्व और सामुदायिक जुड़ाव के प्रति उनके समर्पण का उदाहरण है।
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