Dhanbad। सिंबायोसिस किड्स स्कूल में बैसाखी का त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाया गया। पर्व की शुरुआत स्पेशल असेंबली कक्षा आठवीं के छात्रों द्वारा करवाई गई। मुख्य रूप से स्कूल की प्राचार्या रीना मंडल व शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे। छात्राओं ने गायत्री मंत्र का उच्चारण किया फिर गुरु गोविंद सिंह के विषय में अपने विचार प्रस्तुत किया। सबसे पहले बच्चों को भाषण के माध्यम से बैसाखी के महत्व के बारे में बताया गया कि यह प्रमुख रूप से पंजाब व हरियाणा में हर साल मेष संक्रांति के दिन मनाया जाता है। इस दिन फसल के पकने पर उनकी कटाई शुरू की जाती है। सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह ने बैसाखी के दिन ही 1699 को खालसा पंथ की दिन रखी थी। इस दौरान नन्हे मुन्ने छात्र रंग-बिरंगे पंजाबी पारंपरिक परिधानों में सजे हुए आए। स्कूल के नन्हे मुन्ने बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत की। प्ले से नर्सरी कक्षा तक के बच्चों ने भंगड़ा पेश किया। स्कूल की प्राचार्या रीना मंडल ने कहा कि हमें अपनी भारतीय संस्कृति पर गर्व करना चाहिए तथा एकजुट होकर त्योहारों को मनाना चाहिए। कार्यक्रम में सभी छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
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