Dhanbad। 29 जून को इस्कॉन धनबाद की त्रिदिवसीय जगन्नाथ रथयात्रा का अंतिम दिवस धनबाद में धूम धाम से इतिहास रचते हुए समाप्त हुआ जहां इस पूरे त्रिदिवसीय महोत्सव में कुल 60000 से भी अधिक प्लेट इस्कॉन स्पेशल खिचड़ी हलवा प्रसाद बाटा गया, 10000 से अधिक भक्तों ने रथ खींचा व 70000 भक्तों ने गोल्फग्राउंड के पंडाल में जगन्नाथ का दर्शन किया। देवकीनंदन प्रभुजी ने दो दिन जगन्नाथ कथा की तथा इस्कॉन धनबाद के अध्यक्ष नामप्रेम प्रभुजी ने अंतिम दिन पर सुंदर भागवत कथा पढ़ी। इतना ही नहीं, तीनों दिन संध्या में निरंतर सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए और आनंद बाजार, गुंडीचा मंदिर आदि के आयोजन से धनबादवासियों के लिए एक त्रिदिवसीय आध्यात्मिक मेला हो गया।
तीसरे दिन नामप्रेम प्रभुजी की कथा
इस्कॉन अध्यक्ष श्रद्धेय श्री नामप्रेम प्रभुजी ने अपनी कथा में जगन्नाथ की ढेरों मनोहर लीलाओं का वर्णन किया। जैसे जगन्नाथ कैसे अपने प्रिय दोस्त रघु बेहरा के साथ कठल चुराने जाया करते थे। कैसे जगन्नाथ रथयात्रा का प्रचलन ब्रजवासियों के प्रगाढ़ प्रेम के द्वारा कुरुक्षेत्र से शुरू हुआ जहां श्रीमती राधारानी, श्री यशोदा, गोप, गोपियों ने भगवान के रथ से घोड़े छोड़ कर उनका रथ स्वयं हांकने का प्रयास किया था। ब्रजवासियों की भक्ति और उनके प्रेम का कोई जवाब नहीं। एक जीवा की सर्वोच्च गति है भगवान की ब्रज लीलाओं में गोलोक वृन्दावन में शामिल होने तथा उनका दर्शन करना। और इस गति को प्राप्त करने के लिए हमें भी अपना आहार, विहार, आचार, विचार और प्रचार भगवान के दिए हुए निर्देशों के अनुसार करने होंगे।
गोल्फ ग्राउंड में आकर्षण
*रथ परिक्रमा:* जगन्नाथ के दिव्य रथ की परिक्रमा हेतु रथ के लिए एक विशेष स्थान बनाया गया जिसके आसपास बिछाई 108 टाइल्स पर दर्शनार्थि भगवान का नाम लेकर परिक्रमा कर रहे थे।
- *आनंद बाजार:* जगन्नाथ पूरी की ही तरह यहां भी आनंद बाजार खड़ा किया गया जहां जगन्नाथ के भक्तों के लिए खाजा, लड्डू आदि प्रसाद, पूजा का सामान, जगन्नाथ पर ग्रन्थ तथा गीता, आदि, जगन्नाथ पर जानकारी, युवा सशक्ति करण, धाम यात्रा, आदि के स्टॉल्स लगे हुए थे।
- *जगन्नाथ दर्शन:* सारे भक्तों के लिए जगन्नाथ का मनमोहक दर्शन करने के लिए सुगम सुविधाएं थी।
*गोल्डग्राउंड में सांस्कृतिक कार्यक्रम*
संध्या 5 बजे से कई संस्कृतिक सुन्दर नृत्यों, गानों और नाटकों का प्रदर्शन भी हुआ। कुल 11 संस्थाओं से 6 से भी अधिक संस्कृतियों को दर्शाते हुए 14 से अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन हुआ।
इस बार झारखंड के अलग-अलग लोक नृत्य जैसे कर्मा, टूशू, सेहरूल, आदि की भिन्न भिन्न पोशाक और सामग्रियों द्वारा प्रस्तुति दी गई और कृष्ण भक्ति का प्रचार किया गया। और भी संपूर्ण भारत मैं प्रसिद्ध में कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी गई।
*हजारों भक्तों के लिए महा प्रसाद*
तीसरे दिन भी 15000 से अधिक भक्तों ने कार्यक्रम का लाभ उठाया और इस्कॉन स्पेशल खिचड़ी हलवा का प्रसाद पाया। 3 दिनों में कुल 60000 से अधिक भक्तों ने प्रसाद का आस्वादन किया।
*मुख्य अतिथि*
इस त्रिदिवसीय रथ यात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में परम श्रद्धेय श्री देवकीनंदन प्रभुजी, माननीय सांसद ढुल्लू महतो जी, उनकी धरम पत्नी और विधायक श्री राज सी है जी ने उपस्थिति दी।
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