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एएनएए- टीजी फोरम, डी नोबिली स्कूल एलुम्नाई ने जेपीएससी टॉपर आशीष अक्षत को किया सम्मानित

 



धनबाद।  ऑल नोबेलियंस’ अचीवर्स एसोसिएशन -  द ग्लोबल (एएनएए- टीजी) ने एक  समारोह में डी नोबिली स्कूल सीएमआरआई (ICSE 2009) के पूर्व छात्र आशीष अक्षत को जेपीएससी रैंक 1 प्राप्त करने के उपलक्ष्य में सम्मानित किया। आशीष, जो मूल रूप से धनबाद निवासी हैं और वर्तमान में रांची/गुड़गांव में कार्यरत हैं, ने बिना किसी कोचिंग के अपनी सफलता की प्रेरक कहानी सुनाई।इस मौके पर एएनएए- टीजी (ANAA‑TG) की टीम—जिसमें शामिल थे पियुषिता मेहा, संजय तयाल, शकुन सिंह, बनश्री श्रीवास्तव, राजीव रंजन सिंह, रजनीश चौधरी और संस्थापक मयंक सिंह — ने आशीष को स्यूवेनियर, बंगाल वींव शॉल, बैज और मोमेंटो भेंट किया। साथ ही एलुम्नाई मित्रों ने एक दूसरों को फ्रेंडशिप बैंड पहनाकर “एनएए‑टीजी बॉन्ड” का प्रतीकात्मक सूत्र बाँधा। इस कार्यक्रम में आशीष के बड़े भाई कुमार अभिषेक, जो स्वयं डी नोबिली सीएमआरआई के एलुम्नाई हैं, भी उपस्थित थे।आशीष ने अपने अभिभावकों—गायत्री सिन्हा (माँ) जिन्होंने प्रारंभिक दिनों में उनकी पढ़ाई को नियमित और अनुशासित किया, और श्री एस. के. श्रीवास्तव (पिता) जिन्होंने जीवन में मेहनत एवं नैतिक मूल्यों का महत्व सिखाया—को अपनी सफलता का श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि हालांकि उन्होंने कभी कोचिंग नहीं ली, लेकिन जो लेना चाहे वह अपनी मर्जी से सकता है। वे स्वयं स्मार्ट सेल्फ‑स्टडी, रूटीन टाईमिंग, और परिवार की प्रेरणा से सफलता हासिल कर पाए।

अपने विद्यालय के कई अध्यापकगणों को याद करते हुए आशीष ने कहा कि वे उनसे मिलने की तीव्र इच्छा रखते हैं। उन्होंने धैर्य, ध्यान और सतत प्रयत्न को ही सफलता की कुंजी बताया। उन्होंने अपनी प्रेरक पंक्ति साझा की: “एक समय में घंटों नहीं पढ़ सकते? हर दिन थोड़ी‑थोड़ी पढ़ाई करें, तब भी आगे बढ़ा जा सकता  ANAA‑TG की टीम ने यह भी जानकारी दी है कि जल्द ही जेपीएससी Rank 38 प्राप्त करने वाले अनुप कुमार उपाध्याय का भी सम्मान किया जाएगा, जैसे ही वे झारखंड में आएंगे।



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