धनबाद। विधायक राज सिन्हा ने आज सामाजिक समरसता ,राजनीतिक अधिकारों के लिए संघर्षरत रहने वाले पूर्व प्रधानमंत्री स्वतंत्रता सेनानी बाबू जगजीवन राम की 118 वीं जयंती पर भूली एवं सेंट्रल हॉस्पिटल के प्रांगण में स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।
इस अवसर पर विधायक श्री सिन्हा ने कहा कि बाबू जगजीवन राम संविधान सभा के सदस्य थे इसी सभा ने भारत के संविधान का मसौदा तैयार किया था.उन्होंने नेहरू मंत्रिमंडल में कई विभागों के मंत्री पद को सुशोभित किया.भारत की राजनीति में बहुत सारे नेताओं के द्वारा देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया गया.परंतु बाबू जगजीवन राम के द्वारा भारतीय राजनीति में अपना एक विशेष व महत्वपूर्ण योगदान दिया गया.उन्होंने दलित उत्थान, किसान कल्याण, ग्रामीण विकास, सैन्य शक्ति में वृद्धि में कई उल्लेखनीय कार्य किया .जब मुंबई में 9 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की तो जगजीवन राम ने आंदोलन को बिहार में तेज किया परंतु उन्हें गिरफ्तार का जेल भेज दिया गया .श्री सिन्हा ने कहा कि बाबूजी की बढ़ती राजनीतिक शक्ति व लोकप्रियता के कारण अंग्रेजों ने उनके समक्ष बड़ी रकम के बदले समर्थन देने की बात रखी, जिसे बाबू जगजीवन राम ने तुरंत ठुकरा दिया था .महात्मा गांधी ने बाबू जगजीवन राम के लिए कहा था कि जगजीवन राम तपे कंचन की भांति खरे व सच्चे हैं.
विधायक श्री सिन्हा ने बाबू जगजीवन राम के बताए मार्ग पर चलने का आह्वान किया.इस अवसर पर भूली में मंडल अध्यक्ष सूरज पासवान, मानस रंजन पाल, मिथिलेश पासवान, रंजीत सिंह बिल्लू, जितेंद्र कुमार सहित कई लोग उपस्थित थे. केंद्रीय चिकित्सालय प्रांगण मे कई चिकित्सक एवम चिकित्सा कर्मी उपस्थित थे.
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