Dhanbad। क्रिसमस के अवसर पर संत एंथोनी चर्च में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। प्रार्थना सभा समारोह में फादर प्रदीप मरांडी ने अपने उपदेश में कहा कि आज जब हम लोग प्रभु यीशु का जन्मोत्सव मानते हैं तो इस बात को याद करते हैं कि किस प्रकार विकट और विपरीत परिस्थिति में भी प्रभु यीशु जो स्वयं परमेश्वर के पुत्र हैं का जन्म हुआ। प्रभु के जन्मोत्सव का संदेश हमें यही बतलाता है कि ईश्वर हम मनुष्यों को प्यार करते हैं। इसलिए ईश्वर जो स्वयं सृष्टि कर्ता है मनुष्य का देह धारण करता है ताकि वह हमारे सारे कष्टों का अनुभव कर सके और हमें ईश्वरीय जीवन के करीब ला सके। हमारे मुक्तिदाता प्रभु यीशु गंदगी में पैदा हुए ताकि हमारे पाप धुल कर साफ हो सके, गरीबी में पैदा हुए ताकि हमें स्वर्गीय जीवन से धनी बना सके, असहाय पैदा हुए ताकि हम सबों का सहारा बन सके, अंधकार में पैदा हुए ताकि हमारे जीवन को रोशनी से भर सकें। ईश्वर के पुत्र होने के बाद भी प्रभु यीशु ने ईश्वरीय सिंहासन छोड़ दिया और हमारे बीच हमारे कष्टों को हरने के लिए जन्म लिए। इसलिए यीशु में हम जीवन की पूर्णता पाते हैं। प्रभु यीशु की उपस्थिति में हम अंधकार से प्रकाश में आते हैं निराशा से आशा की ओर बढ़ते हैं। जो कोई ईश्वर के विपरीत जाता है वह अंधकार का प्रतीक बनता है तथा जो ईश्वर के बताए रास्तों पर चलता है वह प्रकाश का प्रतीक बनता है। ईश्वर हम मनुष्यों के विभिन्न घटनाओं के द्वारा स्वयं हमारे सामने उपस्थित रहते हैं इसलिए जहां हम सच्चाई, ज्योति और विश्वास का पक्ष लेते हैं तो हम अपने ईश्वर की आराधना करते हैं।प्रार्थना समाप्ति के पश्चात सभी ने एक दूसरे को क्रिसमस बधाई दी।




.jpeg)
.jpeg)
0 Comments