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झारखण्ड रानीगंज कोलफिल्ड पर्यावरण एवं विस्थापन संरक्षण मोर्चा ब्राह्मण बरारी मोदीभिठा बस्ती के अंदर डिप्लियरींग माइंस के द्वारा कोयला निकालने के बाद बस्ती में प्रबन्धन के द्वारा उसमें भराई ने करने के प्रतिशोध में जोरदार आवाज उठाने हेतु राज्य सरकार, केन्द्र सरकार तथा कोयला मंत्रालय सहित हमारे हितेषी जनप्रतिनिधियों के पास जाने का विचार विमर्श किया


धनबाद।  ब्राह्मण बरारी मोदीभिठा बस्ती के  अंदर डिप्लियरींग माइंस के द्वारा कोयला निकालने के बाद बस्ती में प्रबन्धन के द्वारा उसमें भराई नहीं किया गया है। जिसके चलते बस्ती के लोग भयाक्रांत में हैं।कब बहुत बड़ा हादसा घट जायेगी यह सोचकर लोगों को न दिन में चैन मिलता है न रात में चैन से हो सकता है।अभी हाल ही में बीसीसीएल प्रबंधन ने पुनः ब्राह्मण बरारी मोदीभिठा बस्ती में आउटसोर्सिंग के द्वारा कोयला निकासी करने का कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है।

जिसके खिलाफ डीजीएम‌एस, धनबाद जिला प्रशासन, बीसीसीएल के उच्चाधिकारी तथा तत्तकालीन कल्याण मंत्री अर्जून मुंडा भी लोदना क्षेत्र के बरारी कोलियरी में एक महती सभा कर इसके खिलाफ जोरदार आवाज उठाया गया था। पुन झारखण्ड रानीगंज कोलफिल्ड पर्या वरण एवं विस्थापन संरक्षण मोर्चा के तमाम  लोगों ने इसके प्रतिशोध में जोरदार आवाज उठाने हेतु राज्य सरकार, केन्द्र सरकार तथा कोयला मंत्रालय सहित हमारे हितेषी जनप्रतिनिधियों के पास जाने का विचार विमर्श किया गया। मौके पर सुरेश चक्रवर्ती,सुनील चक्रवर्ती, शिबू बाउरी, गोपाल महतो,मानीक महतो,अंकुरी देवी,साधना चक्रवर्ती,मधूसुदन चक्रवर्ती, गोविंद बाउरी, सुखलाल महतो आदी ग्रामीण उपस्थित हुए।

पानी की ब्यवस्था नहीं है न ही आवाजाही का कोई रास्ता 

 ज्ञात रहे ब्राह्मण बरारी मोदीभिठा बस्ती के गांव 46एकड जमीन में बस्ती बसा हुआ है। वहां पर पानी का ब्यवस्था नहीं है , आवाजाही का रास्ता नहीं है। पीने के पानी के लिए ग्रामीणो को 4-5 किलोमीटर तय कर पानी लाना पड़ता है।ग्रामिणो का 200एकड जमीन पर बीसीसीएल प्रबंधन जबरन कब्जा कर उत्खनन आउटसोर्सिंग के द्वारा किया जा रहा है। जिसके एवज में ग्रामिणो को न तो किसी तरह की मुआवजा मिला है और न तो किसी को नियोजन ही मिला है।इस संबंध में जिला प्रशासन, बीसीसीएल प्रबंधन तथा झारखण्ड सरकार के पास भी शिकायत दिया गया है।



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